लाल भिंडी की सफल खेती के लिए खरीफ और रबी दोनों ही मौसम अनुकूल होती है.
हरी भिन्डी की तरह लाल भिन्डी की खेती के लिए भी गर्म और आर्द्र जलवायु उत्तम होती है.
इसकी एक यह खासियत होती है की इसकी तुड़ाई 1 दिन के अन्तराल पर होती है. जिससे भिन्डी की खेती से अच्छी कमाई होती है.
सालों की कड़ी मेहनत के बाद काशी लालिमा और आजाद कृष्णा इन दो प्रकार के प्रजाति को लाँच किया गया है.
लाल भिंडी के बीज की कीमत प्रति किलो 2400 रुपये है.
भिन्डी में फली छेदक के रोकथाम के लिए करंट रासायनिक दवा की 5 ml दवा 15 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करना चाहिए.
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के अलावा बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ के किसानों का रूझान भी लाल भिन्डी की खेती की तरफ तेजी से बढ़ रहा है.
लाल भिन्डी की खेती के बारे में अधिक जानकारी के लिए