Garmi Me Gobhi Ki Kheti के लिए मार्च-अप्रैल का महिना सबसे उत्तम होता है. और और अगर आप गर्मी में गोभी की खेती करना चाहते हैं तो जनवरी-फरवरी गोभी की नर्सरी डाल देनी चाहिए. गोभी की खेती से कमाई करने के लिए आप जुलाई से लेकर अप्रैल महीने तक खेती कर सकते हैं.
क्रूसिफेरस परिवार से सम्बन्ध रखने वाले फूलगोभी की सब्जी अपने आप में बहुत ही लाजवाब सब्जी है. जहाँ यह भोजन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है वहीँ यह अनेक प्रकार के रोगों से हमारे शरीर की रक्षा करता है. इसे पकाकर तथा कच्चे दोनों तरह से खाया जाता है. अब तो फूल गोभी की खेती पुरे वर्ष की जाने लगी है. इसकी खेती भारत के लगभग सभी राजों में की जाती है. लेकिन उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, उड़ीसा, हरयाणा जैसे राज्यों में फूल गोभी की खेती बहुत अधिक की जाती है.
नमस्कार किसान भाइयों आज हम आपको बताने जा रहे हैं की garmi me gobhi ki kheti kaise kare, फूल गोभी की खेती में किन बातों का ध्यान रखना चाहिये तथा गोभी में कौन सी दवा डालें. अगर आप भी फूल गोभी की खेती करके लाखों कमाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़ें. यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो इसे शेयर जरुर करें.

गोभी की संकर किस्में हैं
आगेती गोभी की किस्म | मध्यम अगेती गोभी की किस्म | मध्यम पछेती गोभी की किस्म | पछेती गोभी की किस्म |
पूसा कार्तिक संकर | पूसा हाइब्रिड-2 | पूसा शक्ति | पूसा स्नोबार के टी-2 |
पूसा मेघना | पूसा शरद | पूसा पोशजा | पूसा स्नोबाल के-1 |
पूसा अर्ली सिंथेटिक | हैप्पी | पूसाद्यशुक्ति | स्नोबाल 16 |
गोभी की खेती कब करें
फूल गोभी की खेती लगभग पुरे वर्ष की जाने लगी है लेकिन सर्दियों के मौसम में गोभी की खेती सबसे अच्छी मानी जाती है. ठंढ के समय गोभी की रोपाई करने के लिए सितम्बर के महीने में ही फूल गोभी की नर्सरी डाल देनी चाहिए. और यदि Garmi Me Gobhi Ki Kheti करनी हो तो बसंत के मौसम में सर्दियाँ कम होने के बाद फरवरी और मार्च महीने में गोभी की नर्सरी डाल देनी चाहिए.
बरसात में फूलगोभी की खेती ऐसे खेतों में और ऐसे स्थानों पर की जाती है जहाँ की मिट्टी में बरसात के मौसम में जल धारण करने की शक्ति अधिक हो, और वहाँ की मिट्टी तेजी से सूखने वाली होती हो. अतः बरसात में फूलगोभी की खेती उन क्षेत्रों में करना चाहिए जहाँ की भूमि उपजाऊ और ढलाननुमा हो.
गर्मी में फूलगोभी की खेती कैसे करें
गर्मी में गोभी की खेती(Garmi Me Gobhi Ki Kheti) करने के लिए फरवरी से लेकर मार्च तक गोभी की नर्सरी डालना चाहिए. तथा नर्सरी डालने के 30 से 35 दिन बाद पौधे रोपाई के लायक तैयार हो जाते हैं. नर्सरी से पौधे उखाड़ने से लगभग 1 सप्ताह पहले नर्सरी में पानी डालना बंद कर दे. जिससे पौधे मजबूत हो जाते हैं इसके बाद नरसरी में पानी डालकर पौधे उखाड़कर मुख्य खेत में रोपाई करना चाहिए.
फूल गोभी की नर्सरी कैसे तैयार करें
फूलगोभी की नर्सरी तैयार करने के लिए 1 मीटर चौड़ी और 2 से 3 मीटर लम्बी छोटी-छोटी क्यारियां बना लें, उसके बाद इन क्यारियों की खेती में काम आने वाले औजार फावड़ा का उपयोग करके गहरी खुदाई कर लें. इसके बाद सफ़ेद प्लास्टिक से इन क्यारियों को 4 से 5 दिनों के लिए ढक दें. जिससे मिट्टी में रहने वाले बहुत से हानिकारक कीट नष्ट हो जायेंगे.
इसके बाद प्रत्येक क्यारी में 100 ग्राम DAP डालकर क्यारियों की गुड़ाई करके मिट्टी में मिला दें. फिर इन क्यारी में 3इन्च की दूरी पर .5 सेंटीमीटर गहरी लाइन खिंचकर फूल गोभी की नर्सरी डालें. उसके बाद इन क्यारियों की जूट की बोरियों से ढक दें ताकि नर्सरी में अंकुरण जल्दी और अच्छे से हो.

फूलगोभी की रोपाई
नर्सरी डालने के बाद लगभग 35 से 45 दिन में गोभी के पौधे खेत में रोपाई करने के लिए तैयार हो जाते हैं. मुख्य खेत में गोभी लगाने के लिए पौधे से पौधे की दूरी 1.5 फिट और लाइन से लाइन की दूरी भी 1.5 फिट रखनी चाहिए. पुरे खेत में पौधे लगाने के बाद खेत की हल्की सिंचाई कर देनी चाहिए.
गुड़ाई करना और मिट्टी चढ़ाना
पौधे लगाने के 20 दिन बाद खेती में काम आने वाले उपकरण कुदाली की सहायता से खेतों की गुड़ाई कर दें. जिससे पौधों की जड़ों को हवा मिल सके और खरपतवार भी सूख जाएँ. उसके बाद पौध लगाने के 45 दिन बाद पौधों के चारो और D.A.P. देकर फावड़ा या कुदाल से मिट्टी चढ़ा देनी चाहिए.
फूल गोभी के रोग
फूल गोभी में मुख्य रूप से पत्ती खाने वाले कीड़े, गोभी के फूल खाने वाले कीड़े, उकठा रोग और झुलसा रोग लगते हैं.
पत्ती और फूल खाने वाले कीड़े
फूल गोभी में कीड़ा पत्तियों को खाकर तथा उनकी सफ़ेद फूलों को खाकर काफी नुकसान पहुंचाती है. पत्ती खाने वाला कीड़ा से पौधों को बचाने के लिए AK 57 कीटनाशक 1.5ml/लीटर पानी या कोराजन कीटनाशक दवा 5ml/15 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें.
गोभी में झुलसा रोग
झुलसा रोग कर कारण गोभी के पत्तियां झुलस जाती हैं. इसकी शुरुआत किनारे की तरफ से भूरे रंग के रूप में शुरू होती है. इससे गोभी के पौधों को बचाने के लिए लूना 1ml/15 लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिन के अंतराल पर छिड़काव करें.
गोभी में उकठा रोग
उकठा रोग से गोभी को बचाने के लिए रोपाई से पहले खेत की गहरी कल्टीवेटर की सहायता से गहरी जुताई करना चाहिए तथा खेतों में कच्चे गोबर की खाद का उपयोग नहीं करना चाहिए. कच्चे गोबर की खाद खेतों में डालने से दीमक लगने की संभावना होती है. इसके बाद भी यदि गोभी की फसल में उकठा रोग दिखाई दे तो कापरआक्सीक्लोराईट 2ग्राम/15 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें.
FAQ
प्रश्न1. गोभी कितने दिन में कट जाती है?
उत्तर. गोभी की नर्सरी 30 से 35 दिन में तैयार होती है तथा 90 से 120 दिन में गोभी काटने के लिए तैयार होती है.
प्रश्न2. गोभी की खेती कौन से महीने में की जाती है?
उत्तर. फूल गोभी की खेती अगस्त से लेकर अप्रैल तक की जाती है.
प्रश्न3. गोभी की सफेदी के लिए किसका छिड़काव किया जाता है?
उत्तर. गोभी की सफेदी के लिए बोरान(BORON) 25 ग्राम/15 पानी में घोल बनाकर 10 दिन के अन्तराल पर स्प्रे करना चहिये.
प्रश्न4. गोभी के कीड़ा के लिए क्या कीटनाशक?
उत्तर. गोभी में कीड़ा लगने पर AK-57 कीटनाशक का छिडकाव करना चाहिए.
दिसंबर या जनवरी में गोभी की नर्सरी डालने का अच्छा टाइम konsa हैं
कभी भी डाल सकते हैं.