
यूरिया कौन सा उर्वरक है | असली खाद के पहचान | सबसे अच्छी यूरिया कौन सी है | यूरिया कैसे करते हैं | urea khad kaise banta hai | रासायनिक खाद के नाम | खाद के नाम | पोटाश खाद कैसे बनता है
असली खाद के पहचान- अधिक पैदावार तथा अच्छी क्वालिटी की फसल उत्पादन के लिए किसान भाई अपने खेतों में डीएपी खाद, सुपर फास्फेट, यूरिया तथा जिंक सल्फेट जैसे रासायनिक खादों का उपयोग करते हैं, लेकिन बहुत से किसानों के साथ ऐसा होता है की किसान अपनी फसल में जो रासायनिक खाद डालते हैं वह बढ़िया नहीं होती बल्कि उसमें मिलावट होती है जिससे फसल अच्छी नहीं होती है.
नमस्कार किसान भाइयों आज हम आपको “असली खाद के पहचान” के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं, हम उम्मीद करते हैं की आपको असली व नकली खाद पहचानने की यह जानकारी जरुर पसंद आएगी. अगर आप भी मिलावटी और नकली खादों से बचना चाहते हैं, तो इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़े. और यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें.
असली डी.ए.पी (DAP) की पहचान कैसे करे | #DAP

- असली DAP खाद की पहचान यह है की यदि हम इसके कुछ दाने को तवे पर रखकर धीमी आंच पर गर्म करें तो यह देखने को मिलेगा की दाने लावा की तरह फूल जाते हैं. अगर ऐसा होता है तो किसान को यह समझना चाहिए की यह असली डीएपी खाद है. किसान अपने खेत में सबसे अधिक डीएपी खाद का ही उपयोग करते हैं, इसलिए डीएपी खाद की किल्लत काफी बढ़ गई है. और पहले से काफी ऊँचे दामों पर मिलते हैं.
डी ए पी खाद का उपयोग
डीएपी खाद का उपयोग अनेक प्रकार से किया जाता है जैसे-
- गेहूं, चना, मटर, सरसों, बाजरा, मुंग आदि फसलों की बुआई के समय मुख्य खेत में डीएपी का उपयोग किया जाता है.
- सब्जियाँ जैसे- बैगन, मिर्च, शिमला मिर्च, गोभी, चुकन्दर, टमाटर आदि सब्जियों के पौधों की जड़ों के पास डी.ए.पी. खाद को देकर मिट्टी चढ़ाया जाता है.
- पेड़-पौधे जैसे- आम, अमरुद, निम्बू, अनार, केला इत्यादि पौधों की चारो और खड्डे बनाकर डी.ए.पी खाद डाला जाता है.
डीएपी खाद के लाभ
- फसलें स्वस्थ एवं हरे-भरे रहते हैं.
- जड़ों का विकास अधिक होता है, तथा जड़ें अधिक गहराई तक जाती हैं.
- फूल अधिक आते हैं. जिससे सब्जियों की पैदावार अधिक होती है.
- पौधों की ग्रोथ तेजी से होता है.
डी ए पी खाद का पूरा नाम | DAP Khad Full Form
DAP खाद का पूरा नाम डायमोनियम फॉस्फेट(Diammonium Phosphate) है.
डीएपी खाद कैसे बनता है | DAP khad kaise banaen
डी ए पी खाद को बनाने के लिए 18% नाइट्रोजन और 46% फॉस्फोरस को आपस में मिक्स करके बनाया जाता है. अगर किसी किसान भाई को किसी कारण DAP खाद नहीं मिल पाती है तो यूरिया और फास्फोरस के मिश्रण को डी ए पी के रूप में उपयोग कर सकते हैं. इस तरह से बनाया गया खाद बाजार से खरीदे गए dap khad से सस्ती होती है.
असली पोटाश की पहचान कैसे करें?

किसान भाइयों असली पोटाश खाद की जानकारी करने के लिए सबसे पहले एक कांच के गिलास में आधा ग्लास पानी लें फिर उसके बाद उसमें एक बड़ी चम्मच पोटाश को डालें तथा कुछ समय रुकने के बाद पानी में पोटाश को चम्मच से घोलें.
आप देखेंगे की यदि असली पोटाश खाद होगा तो उसमें पानी का रंग हल्का लाल तथा गेरुआ रंग का दिखाई देगा लेकिन यदि पोटाश नकली होगा तो आप देखेंगे की पोटाश तो पानी में घुल जाता है लेकीन पानी का रंग सफ़ेद ही रहता है..
पोटाश खाद के फायदे
- पोटाश का प्रयोग फसलों की वृद्धि तथा विकास में सहायक होता है.
- पोटाश फसलों की प्रतिकूल स्थिति में जैसे- सूखा, अधिक ओला तथा बीमारी से बचाने में मदद करता है.
- पोटाश के प्रयोग से पौधों की कोशिका मोटी होती है.
- पोटाश फसलों की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद करती है.
पोटाश खाद के उपयोग
पोटाश खाद का उपयोग सभी तरह के पेड़-पौधे, सब्जियों, फल-फूल आदि में फलों की गुणवत्ता तथा अधिक उपज के लिए किया जाता है. पोटाश खाद की कीमत 50 kg के बैग में 850 से 900 में मिलती है.
आपको बता दें की नकली पोटाश खाद में यूरिया, नमक तथा गेरुआ का मिलावट रहता है जो की पानी में घोलने पर में यूरिया और नमक तो घुल जाता है लेकिन गेरुआ का कुछ हल्का रंग पानी में ऊपर दिखाई देता है.
सिंगल सुपर फास्फेट की पहचान
अन्य रसायनों की तरह सुपर फास्फेट का प्रयोग भी किसान अपने खेतों में बेधड़क करते हैं. लेकिन किसान भाइयों को अपने खेतों में इनको उपयोग करने से पहले इसकी असली या नकली की जाँच एक बार अवश्य कर लेनी चाहिए.
सिंगल सुपर फास्फेट की असली पहचान करने का तरीका यह है कि अगर इसके सख्त काले, भूरे और बादामी कलर के दाने को किसी पात्र या बर्तन में हल्की आंच पर धीरे-धीरे गर्म किया जाय तो यह फूलते नहीं हैं, बल्कि वैसे के वैसे ही रहते हैं. यह असली सुपर फास्फेट की पहचान है. तथा इसका दाना इतना कठोर होता है की यदि से नाख़ून से इसका 2 भाग किया जाय तो यह आसानी से नहीं टूटते.
असली जिंक सल्फेट की पहचान
इसके दाने हल्के सफेद पीले तथा भूरे बारीक कण के आकार के होते है. zinc sulfate में मुख्य रूप से मैगनीशियम सल्फेट (magnesium sulfate) का मिलावट होता है। क्योंकि इन दोनों का रंग-रूप लगभग समान ही होता है. जिस कारण इसके असली व नकली की पहचान करना बहुत कठिन होता है.
जिंक सल्फेट की असली पहचान करने की बात करें तो यदि डी.ए.पी. के घोल मे जिंक सल्फेट का घोल मिलाया जाय तो आप देखेंगे की थक्केदार घना अवशेष बन जाता है. यहीं इस खाद की शुद्ध पहचान है.
असली यूरिया की पहचान कैसे करें

यूरिया की असली पहचान है इसके समान आकार (white shiny) सफेद चमकदार कड़े दाने की. तथा ये पानी में बहुत आसानी से तथा पूर्ण रूप से घुल जाता है. तथा इसकी दूसरी पहचान यह है की इसको तवे पर हल्की आंच में गर्म करने से इसके दाने आसानी से पिघल जाते है वहीँ यदि आंच को तेज कर दिया जाय तो इसका कोई भी अवशेष नहीं बचता यही असली यूरिया की पहचान है.
बहोत से लोगों का यह सवाल होता है की यूरिया खाद में क्या पाया जाता है. तो आपको बता दें की यूरिया में 46 प्रतिशत नाइट्रोजन की मात्रा होती है. यूरिया खाद का रासायनिक सूत्र CH₄N₂O, और इसका घनत्व 1.32 g/cm3 है.
ऐसे बनाते हैं नकली खाद
नकली खाद बनाने वाले लोग बड़ी-बड़ी कम्पनियों के नाम की बोरियों का उपयोग करके उसमे नकली खाद को भरकर कंपनियों को बदनाम तो कर रहे हैं साथ ही भोले-भाले किसान भी नकली खाद का शिकार होते जा रहे हैं. ये लोग नकली खाद बनाने के लिए पहले जमी हुई खाद को इकट्ठा करते हैं.
उसके बाद जो खाद जिस रंग का होता है उसमे उस तरह का मैटेरियल जैसे- नमक में बदरपुर व रंग मिलाकर नकली खाद बनाना, लाल रंग के लिए गेरू का मिलावट ऐसे अनेक तरह के पदार्थों को नकली खाद बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. इसके बाद बड़ी कंपनियों के नाम की नकली बोरी में भरकर इसकी तरीके से पैकेजिंग और सीलिंग बाजार में काफी कम दाम पर बेच देते हैं.
इस पोस्ट में क्या है
इस पोस्ट में हमने आपको असली खाद के पहचान के बारे में बताया है. क्योंकि देखा गया है की बहुत से किसान फसल उत्पादन के लिए अपने खेतों में डीएपी खाद, सुपर फास्फेट, यूरिया तथा जिंक सल्फेट जैसे रासायनिक खादों का उपयोग करते हैं, लेकिन कभी-कभी उन्हें नकली रासायनिक खाद मिल जाने की वजह से फसल अच्छी नहीं होती है.
तो दोस्तों अगर आपको नकली और असली खाद के पहचान की यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें. और यदि आप खेतीबाड़ी से जुड़ी और जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट upagriculture.in को गूगल में जरुर सर्च करें.
FAQ
Q1. डी.ए.पी. की रेट कितनी है?/
ANS- किसानों को 1450 रुपये में डीएपी का 1बैग मिलता रहेगा.
Q2. यूरिया खाद की कीमत कितनी है?
ANS- यूरिया खाद की एमआरपी विभिन्न राज्यों 280 से 320 रुपए में मिल जाती है.
Q3. डीएपी का सूत्र?
ANS- d a p ka rasayanik sutra”dap chemical formula”- (NH4)2HPO4
Q4. DAP का IUPAC नाम?
ANS- डायमोनियम हाइड्रोजन फॉस्फेट.
Q5. 19 19 19 खाद क्या है?
ANS- एनपीके की तरह यह भी एक तरह का पानी में आसानी से घुलने वाला मिक्चर खाद है लेकिन इसमे नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की बराबर मात्रा होती है.
Q6. सबसे अच्छी यूरिया कौन सी है
ANS- सबसे अच्छी यूरिया नीम लेपित यूरिया होती है.
Q7. पौधों के लिए कौन सा उर्वरक सबसे अच्छा है?
ANS- एनपीके उर्वरक.
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